कुर्की की अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई, भूमाफिया राम सिंह यादव की 83 करोड़ की संपति कुर्क

अपराधियों और माफिया के खिलाफ कार्रवाई के क्रम में पुलिस ने पीजीआई के भूमाफिया राम सिंह यादव की 83.16 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की है। पुलिस आयुक्त सुजीत पांडेय ने बताया कि राम सिंह यादव के खिलाफ हत्या, डकैती, लूट, धोखाधड़ी समेत अन्य अपराध के 25 मुकदमे दर्ज हैं। बीते महीने पीजीआई थाने में उस पर गैंगस्टर एक्ट का मुकदमा भी दर्ज किया गया था। भूमाफिया के खिलाफ हुई इस कार्रवाई को राजधानी में पुलिस का अब तक का सबसे बड़ा कदम माना जा रहा है। पुलिस आयुक्त ने बताया कि राम सिंह यादव पीजीआई थानाक्षेत्र के चिरैयाबाग इलाके में रहता है। उसने अपनी पत्नी तारा, बेटे दीपांकर और गौरव, भाई मान सिंह समेत परिवार के अन्य सदस्यों के नाम से जमीनें, कारें व बैंक बैलेंस बना रखा था। पुलिस ने उसका आपराधिक इतिहास खंगाला तो कई चौंकाने वाली जानकारियां सामने आईं। पता चला कि राम सिंह का चिरैयाबाग स्थित मकान करीब एक करोड़ रुपये का है। वृंदावन योजना चार के सेक्टर-15 में उसके पास एक मकान है, जिसकी कीमत 83 लाख रुपये है। बरौली गांव में ढाई करोड़ रुपये व मोहनलालगंज के देवती गांव में छह लाख रुपये की जमीन है। राम सिंह यादव व उसके परिवारीजनों के नाम से हैवतमऊ मवैया में 17.18 करोड़ रुपये, वृंदावन योजना में 13.48 करोड़ रुपये और वृंदावन योजना तेलीबाग में 66 लाख रुपये की जमीन हैं। बरौली खलीलाबाद में 15.48 लाख रुपये, पत्नी तारा के नाम से वृंदावन योजना में 3.31 करोड़ रुपये की जमीन के अलावा आवास विकास में राम सिंह व उसके परिवारीजनों के नाम से 3.65 करोड़ रुपये के 11 प्लॉट भी हैं। दो फॉर्च्यूनर और तीन स्कॉर्पियो जब्त राम सिंह के पास एक फॉर्च्यूनर कार, उसके भाई के नाम से एक फॉर्च्यूनर कार, पत्नी तारा के नाम से एक स्कॉर्पियो कार, बेटे गौरव और दीपांकर के नाम से एक-एक स्कॉर्पियो कार हैं। सभी कारें जब्त कर ली गई हैं। कारों की कीमत 99.40 लाख रुपये आंकी गई है। बेटे दीपांकर यादव के पंजाब नेशनल बैंक स्थित खाते से करीब डेढ़ लाख रुपये और गौरव यादव के आर्यावर्त बैंक स्थित खाते से करीब दो लाख रुपये भी जब्त किए गए हैं। राम सिंह व उसके परिवारीजनों की कुल संपत्ति की कीमत 83.16 करोड़ रुपये है। संगठित गिरोह चलाता था गैंगस्टर पुलिस आयुक्त ने बताया कि राम सिंह एक संगठित गिरोह चलाता है। तीन अगस्त 2000 को मोहनलालगंज में उसने मोहनलाल रावत के भाई राम कुमार रावत की गोली मारकर हत्या कर दी थी। चार अक्तूबर 2020 को पीजीआई कोतवाली में उसके खिलाफ गोसाईंगंज के राम सनेही ने धोखाधड़ी, गाली-गलौज व जानमाल की धमकी देने का केस दर्ज कराया था।